दमिश्क, 8 दिसंबर 2025 — पूरे सीरिया में लोग सोमवार को अल-असद परिवार के पाँच दशक लंबे शासन के अंत की पहली वर्षगांठ मना रहे हैं। राजधानी दमिश्क की सड़कों पर नागरिकों ने झंडे लहराते हुए नए दौर की शुरुआत का स्वागत किया।

दमिश्क में सीरियाई सेना ने इस मौके पर एक विशेष परेड आयोजित की, जहां बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए। यह दिन न केवल राजनीतिक बदलाव का प्रतीक है, बल्कि उस गहरे घाव की भी याद दिलाता है जिसे 14 वर्षों के गृहयुद्ध ने देश पर छोड़ा है।
अचानक ढह गई सरकारी ताकत
बशर अल-असद का पतन दिसंबर 2024 में हुआ — और यह तेजी इतनी अप्रत्याशित थी कि विद्रोही समूह भी हैरान रह गए।
नवंबर 2024 के अंत में, उत्तर-पश्चिमी सीरिया में हयात तहरीर अल-शाम (HTS) के नेतृत्व में विद्रोही समूहों ने अलेप्पो को पुनः कब्जे में लेने के लिए हमला तेज किया। HTS के तत्कालीन प्रमुख अहमद अल-शराअ (जो अब सीरिया के अंतरिम राष्ट्रपति हैं) इस अभियान की अगुवाई कर रहे थे।
लेकिन अभियान के दौरान सीरियाई सरकारी सेना अप्रत्याशित रूप से तेजी से ढहने लगी। अलेप्पो से पीछे हटने के बाद सेना हामा और होम्स जैसे महत्वपूर्ण शहरों से भी पीछे हट गई। इससे दमिश्क की राह लगभग खुल गई।
![दमिश्क में "सीरियाई क्रांति सैन्य प्रदर्शनी" का दौरा कर रहे आगंतुकों के बीच एक लड़की मशीनगन पर बैठी है। [गैथ अलसैयद/एपी फोटो]](https://news360.live/wp-content/uploads/2025/12/AP25341712991586-1765180777-1024x683.webp)
8 दिसंबर 2024 को विद्रोही सेनाएँ राजधानी में प्रवेश कर गईं, जबकि बशर अल-असद को रूसी बलों ने निकालकर मास्को पहुंचा दिया। वह आज भी वहीं निर्वासन में हैं।
रूस, जो लंबे समय तक असद का समर्थक रहा, ने इस अंतिम हमले में सैन्य हस्तक्षेप नहीं किया, लेकिन अब भी नए सीरियाई प्रशासन से संपर्क बनाए हुए है और अपने तटीय सैन्य अड्डों को संचालित रखे हुए है।
![सीरियाई लोग दमिश्क में बशर अल-असद शासन के पतन की पहली वर्षगांठ मना रहे हैं। [ग़ैथ अलसैयद/एपी फोटो]](https://news360.live/wp-content/uploads/2025/12/AP25340353066148-1765180694-1024x683.webp)
लंबे युद्ध के बाद पुनर्निर्माण की चुनौती
2011 में शुरू हुए सीरियाई संघर्ष में लाखों लोग विस्थापित हुए और सैकड़ों हज़ार मारे गए। युद्ध के दौरान करीब 50 लाख सीरियाई लोग पड़ोसी देशों में शरण लेने को मजबूर हुए।
संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (UNHCR) के अनुसार, असद के सत्ता से हटाए जाने के बाद से अब तक 12 लाख शरणार्थी और 19 लाख आंतरिक विस्थापित अपने घर लौट चुके हैं। हालांकि, एजेंसी का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय फंडिंग में गिरावट आगे वापसी की प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।
इसके बावजूद, सीरिया के केंद्रीय बैंक का कहना है कि हाल ही में वापस लौटे करीब 15 लाख लोगों के कारण देश की अर्थव्यवस्था में शुरुआती सुधार के संकेत दिख रहे हैं।
उम्मीद की नयी किरण
सीरिया अब भी गहरे राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक संकटों से जूझ रहा है। लेकिन असद शासन के अंत की यह वर्षगांठ कई लोगों के लिए उम्मीद और राहत का मौका है — एक ऐसे भविष्य की उम्मीद जिसमें स्थिरता और शांति लौट सके।